The Basic Principles Of shiv chalisa in hindi
The Basic Principles Of shiv chalisa in hindi
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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी
लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके ।
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश more info मनोहर ललित अनुपा॥
हनुमान चालीसा लिरिक्स
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
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त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
जय जय तुलसी भगवती सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी श्री Shiv chaisa वृन्दा गुन खानी॥